रणथंभौर का दुर्ग भारत के सर्वाधिक मजबूत किलो में से एक है। अपने शाकंभरी के चाहमान साम्राज्य को शक्ति प्रदान कर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कहा जाता है कि इस किले का का निर्माण महाराजा जयंत सिंह ने पांचवीं शताब्दी में किया था। बारहवीं शताब्दी तक पृथ्वीराज चौहान के आने तक यहां यादवों ने शाशन किया। हम्...
कहानी एक ऐसे किले की जो अपने आप में अद्भुद है। जो बना तो था किले में रहने वालो की रक्षा करने के लिए और वहां के लोगो को बेहतर जिंदगी और समय बिताने के लिए। लेकिन वहाँ के युद्ध और शाप ने आज इस किले को बंजर बना दिया है। इस किले का नाम भानगढ़ है, और आज के समय में यह राजस्थान के अलवर जिले में राजगढ़ गांव मे...
500 साल पुराने एक ऐसे किले की रोचक और अद्भुत कहानी, जिसके राजाओं और शाशकों की वीरता की कहानी के किस्से आज भी मशहूर हैं। आज जरूर यह किला शांत और वीरान है, परंतु इस किले की दीवारों ने आज भी देश को गौरवान्वित किया हुआ है | इस कहानी में मेहरानगढ़ का किला, जो की राजस्थान के जोधपुर में स्थित है, को मिहिर...
आज दिल्ली की कहानी में जानेंगे कि, किस तरह दिल्ली के सिंघासन ने भारत के इतिहास में अहम् भूमिका निभाई। एक तरफ दिल्ली का तख़्त पाने के लिए देश में ही कितने युद्ध हुए और उनसे भी ज्यादा विदेशी युद्ध जिन्होंने अपनी नज़रें, इस सोने की चिड़िया पर गड़ा कर रखी थीं। यही वो भारत का इतिहास है जहाँ से सरहिंद के ताज...
आगरा की एक ऐसी बेमिसाल कहानी जो हिंदुस्तान के प्रत्येक भारतीय को इतिहास के रोमांच से भर देती है वही एक प्रेम कहानी जिसके प्रेम की मिसाल दुनिया देती है एक ऐसे ही युद्ध की जिसने भारत के इतिहास में एक स्वर्णिम इतिहास रच दिया जहाँ एक और ताजमहल प्रेम की विश्व धरोहर है वही दूसरी और आगरा का किला जो एक अविस...
ग्वालियर के किले का एक बेमिसाल इतिहास है, एक ओर जिस किले की दीवारों ने अपनों का प्यार देखा तो वहीं दूसरी ओर इसने दूसरे देश की गद्दारी का सामना भी किया। हमने किलों के लिए लड़ाइयां तो बहुत सुनी हैं, ऐसा ही कुछ इस किले का भी इतिहास है , लेकिन उसके साथ एक राजनैतिक सिलसिला भी है, जो कभी खत्म नहीं होता। जा...
गोलकोंडा किला एक भव्य इमारत है जिसकी पहचान कोहिनूर भी बताता है जब जब कोहिनूर हीरे का जिक्र होता है तब गोलकोंडा की खदान भी याद आती है यही से कोहिनूर हीरे को खोजा गया था जिस तरह कोहिनूर हीरा इसकी शान को बढ़ाता है उसी तरह इस किले का इतिहास भी पूरे विश्व में ख्याति प्राप्त है |
यह कहानी मेवाड़ के किले की एक ऐसे अभेद किले की, इस अभेद किले की दीवारों ने मेवाड़ को आततायीओ से मुक्त रखा जिस पर फ़तेह करना बहुत से वीरो को आसान ना था, मेवाड़ राज्य की राजधानी चित्तौरगढ़ थी, मेवाड़ राज्य आज राजस्थान के दक्षिण मध्य में स्थित है, जिसे आज के भारत में हम उदयपुर के नाम से जानते है |
कहानी एक ऐसे वीर योद्धा की जिसने अपने जीवनकाल में बहुत से युद्ध लड़े और और अपनी बहादुरी से दुश्मन को परास्त किया अपितु कई बार उसे क्षमादान दिया, कहानी एक ऐसे ही भारत के वीर की, पृथ्वीराज चौहान जिसका उपनाम राय पिथोरा था , राय पिथोरा आज के दिल्ली में राय पिथोरा के किले के रूप में जिर्णो अवस्था में उपस्...
इस कहानी की शुरुआत एक दिलचस्प कहानी की तरह है जहा एक तरफ प्रेम की ज्वाला तो दूसरी तरफ युद्ध का सफर, कहते है दोनों एक ही कहानी के पहलु है किसी एक तरफ की जीत | ऐसे ही एक कहानी है शनिवार वाडा की जो आज के पुणे शहर में है, यह कहानी आज से 290 साल पहले पेशवाओ से शुरू होती है